
GOVT.POTYTECHNIC DURG KI STHAPANA-
GOVT.POTYTECHNIC DURG की स्थापना वर्ष 1962 में डिप्लोमा स्तर पर कुशल तकनीशियनों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए की गई थी। राज्य सरकार ने संस्थान को तीन मुख्य शाखाओं (Branch) के साथ शुरू किया था।
जिसमे सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल क्रमशः शामिल था संस्थान ने कचहरी चौक, दुर्ग के पास, मल्टी-पर्पस स्कूल के परिसर से अपनी यात्रा की शुरुआत की, श्री एमए कुवंशी संस्थापक प्राचार्य थे। इस तकनीकी संस्था को शुरू करने की मुख्या कारण भिलाई स्टील प्लांट में तकनीशियनों की बढ़ती आवश्यकता की पूर्ति करना था। यह collage ,GOVT.POTYTECHNIC DURG छत्तीसगढ़ राज्य की प्रमुख कालेज में से एक है |
भिलाई स्टील प्लांट जिसकी स्थापना सन 1955 में सोवियत संघ की सहायता दुर्ग जिला की भिलाई शहर में की गई थी| इस प्लांट में कुशल तकनीशियनों की पूर्ति के लिये ही वर्ष 1964 में धातुकर्म शाखा की शुरुआत की गई थी। 2 साल की छोटी सी अवधि के भीतर, संस्थान 1964 में अपने स्वयं के परिसर में स्थानांतरित हो गया।
शहर के बीचों-बीच 40 एकड़ से अधिक भूमि में फैला GOVT.POTYTECHNIC DURG विशाल का परिसर के साथ इसका अच्छी तरह से निर्माण किया गया था। समय बीतने के साथ 1976 में आधुनिक कार्यालय प्रबंधन (पहले व्यावसायिक अभ्यास के रूप में जाना जाता है) को शुरू किया गया|
साथ ही वर्ष 1981 में इलेक्ट्रॉनिक्स और टेली-संचार और कंप्यूटर विज्ञान के साथ-साथ वर्ष 2000 में सूचना प्रौद्योगिकी को और पाठ्यक्रम में जोड़े गया। साथ ही पड़ोसी उद्योगों में काम कर रहे कर्मियों के लिए पार्ट टाइम डिप्लोमा कोर्स के लिए महसूस किया गया था, जो सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल सहित क्रमशः वर्ष 1984 में पार्ट टाइम डिप्लोमा कोर्स का भी संचालन किया गया|
GOVT.POTYTECHNIC DURG (PLACE)
संस्थान छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर से 38 किलोमीटर दूर सड़क मार्ग जीई पर प्रमुख स्थान पर है|
तथा रेलवे मार्ग की बात करे तो यह मुम्बई-कोलकाता रेलवे लाइन से आसानी से उपलब्ध है।यह प्रसिद्ध भिलाई इस्पात संयंत्र, भिलाई संस्थान से 15 मिनट की दूरी पर है। परिसर का अपना शैक्षणिक ब्लॉक है, लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग छात्रावास और साथ ही कर्मचारियों के लिए निवास भी है।
GOVT.POTYTECHNIC DURG KI MANYATA

संस्थान के डिप्लोमा पाठ्यक्रम को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) द्वारा मान्यता प्राप्त है। यह इंडियन सोसाइटी फॉर टेक्निकल एजुकेशन (ISTE) नई दिल्ली का एक “संस्थागत सदस्य” भी है। वर्तमान में, यह संस्थान छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (CSVTU), भिलाई से संबद्ध है। यह संस्थान भिलाई-दुर्ग के आसपास भिलाई इस्पात संयंत्र और सहायक उद्योगों के साथ मजबूत संबंध रखता है।
आप इस संस्था GOVT.POTYTECHNIC DURG को छत्तीसगढ़ की शान कह सकते है
3 year Regular Diploma Course From Govt.Polytechnic Durg

Sr.No. Name of Course Number of Seats
1. Diploma in Civil Engineering – 40
2. Diploma in Mechanical Engineering – 60
3. Diploma in Electrical Engineering – 60
4. Diploma in Metallurgy Engineering – 60
5. Diploma in Computer Science & Engineering – 40
6. Diploma in Information Technology – 30
7. Diploma in Electronics and Telecommunication Engineering – 60
8. Diploma in Modern Office Management – 40
4 year Part Time Diploma Course ( Govt. Polytechnic Durg )
Sr.No. Name Of Course Number of Seats
1. Part Time Diploma in Civil Engineering – 20
2. Part Time Diploma in Mechanical Engineering – 40
3. Part Time Diploma in Electrical Engineering – 40
List of Polytechnic Colleges in Chhattisgarh
1.Baster
2.Bilaspur
3.Dantewara
4.Dhamtari
5.Durg
6.Jangir Chappa
7.Jaspur
8..Kanpur
9.Kawardha
10.Krba
11.Koriya
12 Mahasamund
13.Raigarh
14.Raipu
15.Rajnandgoan
16.Surjpur
Government Polytechnic Collage ki Sthiti
छत्तीसगढ़ में साल दर साल गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कालेजो की हालत खस्ता होती जा रही है प्रदेश के ज्यादातर सरकारी पॉलिटेक्निक कालेजो में संसाधन और टीचिंग
स्टाफ की कमी के कारण साल दर साल प्रवेश संख्या घटती जा रही है
पिछले पांच सालो में Government Polytechnic कालेजो में प्रवेश का औसत 77 फीसदी से घट कर 40 प्रतिशत ही रह गया है|
प्रदेश में 50 पॉलिटेक्निक कालेज है और हर साल कालेजो में सीटो की संख्या घट रही है | इसके बावजूद ही बड़ी संख्या में सीटे खाली जा रही है| टीचिंग स्टाफ की कमी और संसाधनों की पूर्ति के लिए अधिकारियो द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है प्रदेश में वर्ष 2015-2016 में पॉलिटेक्निक कालेजो में 8,493 सीटे थी तथा 6,554 याने 77.16 प्रतिशत सीटो पर प्रवेश हुआ| सत्र 2016-2017 की बात करे तो कुल 8,199 सीटो में केवल 6,030 में प्रवेश हुआ | वर्ष 2017-2018 में सीटे बढ़ गई और केवल 50.17 प्रतिशत सीटो पर ही प्रवेश हुआ| सत्र 2018-2019 में 41.48 प्रतिशत सीटो पर ही प्रवेश हुआ| और बर्ष 2019-20 में यह अकड़ा घट कर और कम 40.17 प्रतिशत सीटो पर ही प्रवेश हो पाया |
प्रवेश की ये आकडे देख कर सरकार ने सत्र 2020-2021 के लिए 1457 सीट कम कर दिया गया|
ऊपर के आकड़ो को पढ़ने से पता चलता है की सरकार को चाहिए था की टीचिंग स्टाफ की कमी और संसाधनों पर ध्यान दिया जाया इसके बजाय सीटो को कम कर दिया गया जो की मेरे राय से गलत है दोस्तों आप लोगो का क्या राय है कमेंट कर जरुर बताना|
सत्र 2020 -2021 में प्रवेश
गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कालेजो में इस वर्ष प्रवेश को लेकर कुछ भी उमंग नहीं दिखा रहा है | नक्सल प्रभावित क्षेत्र में संचालित 13 गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कालेजो कुल सीटो से केवल आधे पर ही resistration हुआ है| इस क्षेत्रो में प्रवेश के लिए 10 सितम्बर से 15 सितम्बर तक ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन हुआ है और 18 सितम्बर तक सीटो का आबंटन किया जाना है साथ ही विद्यार्थियों को 23 तक प्रवेश लेना है | प्रवेश की तारीख ख़त्म होने के दुसरे दिन याने 24 सितम्बर को रिक्त स्थानों की जानकारी website के द्वारा दिया जायेगा|
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