L&T ACB CONTROL & INTERLOCK WIRING
ACB CONTROL WIRING

L&T ACB CONTROL & INTERLOCK WIRING

acb control wiring

दोस्तों इस बात की मुझे बहुत ख़ुशी होती है की मैंने ये ब्लॉग जिसका शीर्षक L&T ACB CONTROL  & INTERLOCK WIRING लिखा है| चुकी मै एक इलेक्ट्रिकल इंजिनियर हु और जब इलेक्ट्रिकल इंजिनियर ट्रेनी के रूप में प्लांट में कम चालू किया था तो ACB CONTROL  & INTERLOCK WIRING को समझाने में काफी वक्त लग गया जबकि इसकी वायरिंग बहुत ही आसान होती है लेकिन जानकारी के आभाव में यह कार्य बड़ा ही मुश्किल लगता है लेकिन फ्रेंड अब आप को ज्यादा सोचने की बिलकुल जरुरत नहीं है क्यों की आप इस ब्लॉग  L&T ACB CONTROL  & INTERLOCK WIRING की कण्ट्रोल वायरिंग जानने के बाद सभी प्रकार के ब्रेकर की कण्ट्रोल वायरिंग आसानी से समझ पायेगे|

L&T ACB CLOSING COIL CONTROL WIRING

l&t acb wiring diagram
l&t acb wiring diagram

दोस्तों ब्रेकर की ऑन करने से पहले spring चार्जिंग की आवश्यकता होती है | ये संभवत सेफ्टी purpose के लिए गिया होता ताकि कोई भी व्यक्ति ब्रेकर को ऑन न कर सके तो पहले इसकी वायरिंग को ही कर लेते है | इसके लिए motor में C & D टर्मिनल नंबर दिया रहता है जिसको ए सी सप्लाई देने पर motor के द्वारा चार्ज हो जाता है|

के कार्य मैन्युअल भी किया जाता है जिसके लिए ऑपरेटिंग हैंडल दिया रहता है चित्र से इसके वायरिंग का अवलोकन करते है यहाँ पर पुश बटन के द्वारा पॉवर सप्लाई जिसका फेरुल नंबर 102 है इलेक्ट्रिकली spring चार्जिंग motor के टर्मिनल C को फेज और D को न्यूट्रल से कनेक्ट किया गया है| ब्रेकर की spring चार्जिंग के लिए पुश बटन के प्रेस कर रखना पड़ता और जब लिमिट स्विच के द्वारा जब सप्लाई कट जाता है या spring चार्जिंग का कार्य कम्पलीट हो जाता है पुश बटन को रिलीज़ कर देते है|

आगे closing coil की वायरिंग देखते है|

CLOSING COIL की वायरिंग

CLOSING COIL की वायरिंग के लिए ब्रेकर में E & A टर्मिनल दिया गया होता है इसकी वायरिंग के लिए भी पुश के द्वारा किया जाता तथ इन पॉइंट में फेज सप्लाई देकर आउट से फेरुल नम्बर 103 निकर कर E टर्मिनल से जोड़ देते है तथा E पॉइंट में न्यूट्रल जोड़ देते है| ब्रेकर में closing से तात्पर्य ब्रेकर को ऑन करने से होता है| ब्रेकर ऑन होने पर ऑन इंडिकेशन लैंप की आवश्यकता होती है इसलिए ब्रेकर के NO पॉइंट याने नार्मल open टर्मिनल का उपयोग कर एक रेड लैंप को सप्लाई देते है|

जबकि ब्रेकर का NC पॉइंट का उपयोग ब्रेकर ऑफ इंडिकेशन लैंप को सप्लाई दे कर ब्रेकर की ऑन,ऑफ कंडीशन को दिखाया जाया है | रेड कलर दूर से दिखता है| इसलिए acb ऑन कंडीशन के लिए इसका यूज़ करते है और नीला याने सुरक्षित कलर acb ऑफ दखाने के लिए यूज़ करते है |  L&T ACB में NC पॉइंट 1&2 और NC पॉइंट 7&8 होता है|

L&T ACB SHUNT COIL (TRIPPING COIL) CONTROL WIRING

ब्रेकर को ट्रिप याने ऑफ करने के लिए जिस coil का उपयोग किया जाता है उसे shunt coil कहते है | shunt coil की वायरिंग में एक महत्त्व पूर्ण जानकारी यह है की आप इस coil को डायरेक्ट सप्लाई नहीं दे सकते है इसमें सप्लाई शार्ट टाइम के लिए ही दिया जाता है अगर आप इसमें सप्लाई लगातार देते रहेगे तो coil जल ( Burn) हो जाता है इसलिए इसका वायरिंग ब्रेकर की NC टर्मिनल के सीरिज में लगाते है| आप चित्र में अवलोकन कर सकते है फेज सप्लाई जिसका फेरुल नंबर 101 को पुश बटन के in पॉइंट में देकर पुश बटन के आउट से निकाल कर ब्रेकर के nc पॉइंट से सीरिज में कनेक्ट कर देते है| तथा nc के आउट पॉइंट से निकाल कर shunt coil जिसका ब्रेकर में टर्मिनल 3 & 40 दिया गया रहता है जिसमे 3 पर फेज याने फेरुल नंबर S104 को जोड़ देते है और टर्मिनल पर 40 नंबर न्यूट्रल कनेक्ट कर देते है|

ट्रिप इंडिकेशन के लिए 50 & 52 टर्मिनल दिया होता जो एक NO पॉइंट होता है और जब ब्रेकर ट्रिप हो जाता है तो NO,NC याने नार्मल क्लोज में बदल जाता है|

इसप्रकार ट्रिपिंग के लिए लिया गया इंडिकेशन लैंप जो अम्बर कलर या येलो ( yellow) होता है को सप्लाई मिल जाता है| इसको आप चित्र में देख सकते है|

मुझे पुरे यकीन है की यह ब्लॉग आप लोगो को जरुर पसंद आया होगा अब दोस्तों ब्रेकर की interlock को समझाते है

ब्रेकर की interlock

acb interlock wiring
acb interlock wiring

ब्रेकर की interlock से तात्पर्य क्या होता है

मानलो आप के पास दो अलग अलग सोर्स है जिसको एक ही बस बार में कनेक्ट नहीं कर सकते इसलिए इस प्रकार की अवस्था में ACB की interlock की जरुरत पड़ती है याने जब आप का एक सोर्स ऑन होने पर दूसरा सोर्स ऑन नहीं हो| ब्रेकर को interlock करने के लिए under voltage रिलीज़ का उपयोग किया जाता है UV coil क्या होता है इसका वर्णन पहले क रचुका हु इसके लिए आप चित्र का स्टडी करे आप पायेगे की first ब्रेकर की uv coil को सप्लाई सेकंड ब्रेकर की NC (Normal Close)  से दिया गया है उसी प्रकार सेकंड ब्रेकर की uv coil को supply first breaker की NC पॉइंट से दिया गया है |

जब आप first ब्रेकर को ऑन कर देते है तो first ब्रेकर का nc पॉइंट no याने नार्मल open हो जायेगा और इस समय यदि हम सेकंड ब्रेकर को ऑन करना चाहेगे तो ऑन नहीं होगा क्यों की सेकंड ब्रेकर के uv coil Enerise नहीं होने की स्थिति में आप का सेकंड ब्रेकर ऑन नहीं होगा इसी को ब्रेकर का interlock कहते है| जिसको सामान्य ट्रांसफार्मर सप्लाई और जनरेटर सप्लाई के ब्रेकर में उपयोग करते है|

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