
MCC PANEL या MOTOR CONTROL CENTER PANEL किसी भी इंडस्ट्रीज का मुख्य इलेक्ट्रिकल पैनल होता है|
जो प्लांट या इंडस्ट्रीज में लगे हुए सभी इलेक्ट्रिकल मोटर को कण्ट्रोल करता है
कहने का अर्थ इसी पैनल से मोटर को चालू और बंद किया जाता है |
आप ने अपने घर में भी इस प्रकार का छोटा सा पैनल लगा होगा |
जो वाटर पंप और सबमर्सिबल पंप मोटर को संचालित करने के लिए उपयोग करते होगे
जिसे हम स्टार्ट कहते है|
जब इस प्रकार के बहुत से स्टार्टर एक ही पैनल में लगा हो
तो उसे MCC PANEL या MOTOR CONTROL CENTER PANEL कहते है|
जिसे आप लगभग सभी प्लांट में देख सकते है|
मै उम्मीद करता हु की आप को MCC PANEL क्या है ये तो समझ आ गया होगा|
आगे देखते की आखिर इस पैनल की आवश्यकता क्यों होती है |
पारिभाष :- MCC PANEL या MOTOR CONTROL CENTRE PANEL बहुत से स्टार्टरो का समूह होता है जिसे इस पैनल से कण्ट्रोल करते है |
MCC PANEL की आवश्यकता क्यों होती है:-
जब हम किसी बड़े इंडस्ट्रीज जैसे रोलिंग मिल,पॉवर प्लांट या स्पंज आयरन की बात करते है
तो वहा 0.5 HP से 1000 HP तक की मोटर उपयोग में लाये जाते है |
इनकी सख्या 50 से 100 तक हो सकती है जिसको किसी एक कमरे से की संचालित करने की आवश्यकता होती है |
इसलिए MCC PANEL की आवश्यकता होती है इसके अलावा मोटर की सुरक्षा के लिए इस पैनल की जरुरत होती है|
MCC PANEL की बनावट (Construction of MCC Panel)
MCC PANEL एक स्टील शीट वाली आयताकार बॉक्स होता है
जिसमे मोटर की शक्ति के हिसाब से स्टार्टर का व्यवस्थित किया जाता है |
जिसे हम फीडर कहते है और इन फीडरस में अलग -2 प्रकार के स्टार्टर को फिट कर दिया जाता है|
ये स्टार्टर DOL Starter, Star-Delta और Reverse Forward हो सकते है |
चूँकि आप MCC PANEL का अध्धयन कर रहे है
तो अवश्य ही इन स्टार्टरो से भली भाति परिचित होगे|
और अगर आप इनके बारे में नहीं जानते हो परेशान होने की जरुरत नहीं है |
क्यों की आप मेरे इस वेबसाइट में इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल जायेगा|
Main Incomer
MCC PANEL का एक main incomer भी होता है जिसका निर्धारण पैनल के सभी फीडरस के कुल किलो वाट को कैलकुलेट कर निकलते है|
जो air circuit breaker,mccb,sdf अथवा mcb हो सकता है | यदि आप इस incomer को आफ कर देते है तो आपकी पूरी पैनल लाइव पॉवर से अलग हो जायेगा जो की पैनल की maintenance के लिए आवश्यक होता है |
Metering
पैनल की मीटरिंग से तात्पर्य वोल्ट मीटर और एम्पेयर मीटर से होता है| इसके साथ RYB इंडिकेशन लैंप भी होता है|
वोल्ट मीटर से पैनल की वोल्टेज चेक करते है और एम्पेयर मीटर से करंट या विद्युत् धारा को मापते है | इंडिकेशन से फेज सप्लाई को चेक करते है|
Busbar
पैनल की bus bar, main incomer की रेटिंग के अनुसार चुनाव करते है जो की एलुमिनियम या कॉपर का होता है|
इसके लिए पैनल में एक अलग से चैम्बर होता है जिसे bus bar chamber कहते सामान्य तह इस भाग के डोर को बोल्ट से फिक्स कर देते है ताकि गलती से ही किसी का हाथ या nशरीर का भाग लाइव bus bar में न पहुचे
Selection of busbar
पैनल में busbar का चुनाव भी बहुत महत्त्व पूर्ण भाग है क्यों की गलत चुनाव से busbar गर्म हो कर जल भी सकती है|
चुकी मै एक पैनल बिल्डर हु | हम लोग थुम्ब रूल अपनाते है और aluminium के लिए multiply factor 0.8 और कॉपर के लिए 1.5 लेते है थोडा कनफूजन सा लग रहा है तो चलो विस्तार से समझाते है|
मानलो हमे 1000 एम्पेयर वाली किसी पैनल के लिए bus bar की रेटिंग निकलना है आम तौर पर बाजार में bus bar की साइज़ इस प्रकार का मिलता है|
Busbar Rating
25×3, 25×6, 25×10,40×6,40×10,50×6,50×10,60×10,75×10,75×12, 100×10, 100×12, 120×12, 150×10, 150×12. आल साइज़ इन MM
Aluminium bus for 1000A – 60X12 MM का दो रन लेना पड़ेगा
CALCULATION – क्रॉस सेक्शन एरिया 60X12=720,दो रन याने 720 X2 = 1440,
multiply factor 0.8 now 1440×0.8 = 1152 Amp होता है इसलिए आप इसे चुन सकते है |
Copper bus – 40×10 का दो रन लेना पड़ेगा क्योकि 40×10 =400 और दो रन 400×2=800 .
multiply factor 1.5 इसलिए करंट = 800 x 1.5 = 1200Amps होता है |
Cable Chamber
जिस प्रकार bus bar chamber होता है|
उसी प्रकार incoming और outgoing केबल के लिए अलग से खाली जगह होता है|
जिसे केबल chamber कहते है |
इस chamber में केबल को बांधने के लिए supporting एंगल का भी arrangement दिया जाता है|
केबल की एंट्री टॉप एवं बॉटम हो सकता है |
यह जानकारी आप को कण्ट्रोल रूम या पैनल रूम को देखने के बाद ही पता चलेगा
इसलिए पैनल को बनाने से पहले साइड का निरिक्षण करना जरुरी होता है |
Handling of panel:
पैनल की हैंडलिंग याने पैनल को एक जगह से दुसरे स्थान में ले जाना साथ ही साथ पैनल की लोडिंग और अनलोडिंग से पैनल को उठाने के लिए लिफ्टिंग हुक दिया जाता है|
पैनल का साइज़ बड़ा होने की स्थिति में पैनल को एक से अधिक भाग में बनाते है ताकि ट्रांसपोर्टिंग में सुहालियत हो और कण्ट्रोल रूम में ले जा कर आपस में जोड़ते है |
Types of MCC PANEL
मुख्य रूप से पैनल तीन प्रकार के होते है|
1. Manual Operated
2. PLC Operated
3. IMCC Panel
Manual Operated Mcc panel –
इस पैनल को केवल मनुअली on और off किया जा सकता है तथा ऑपरेशन के लिए पैनल में स्विच दिए रहते है|
जिसे हम on/off push button कहते है साथ ही फील्ड से या जिस जगह पर आप का मोटर है से संचलित करने की भी व्यवस्था होती है |
PLC Operated
programmable logic controller का उपयोग कर पैनल को ऊपर दिए गए opearation के अलावा आप कंप्यूटर से भी स्टार्टर को on / off कर सकते है
साथ ही मोटर की स्थिति भी आप कंप्यूटर से जान सकते है जिसे हम फीडबैक कहते है|
IMCC Panel
intelligent motor control सेंटर पैनल इसे आप स्मार्ट mcc पैनल भी कह सकते है|
क्यों की यह पैनल उपरोक्त दोनों प्रकार के पैनल की ऑपरेशन के साथ साथ एडवांस प्रोटेक्शन व् फीडबैक प्रदान करता है |
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