Crane Panel इंडस्ट्रीज में उपयोग किये जाने वाली महत्त्वपूर्ण उपकरण है| क्रेन के बिना किसी इंडस्ट्रीज की कल्पना करना मुश्किल है इसलिए क्रेन को ऑन ऑफ करने के लिये जिस पैनल का उपयोग करते है उसे Over Head Crane Panel कहते है| आप इस ब्लॉग में जिसका शीर्षक Over Head Crane Panel Control & Power Wiring दिया है आप पैनल की कण्ट्रोल और पॉवर वायरिंग पूर्णतया समझ जायेगे | Crane Panel की कण्ट्रोल वायरिंग आसान नहीं है साथ ही पॉवर वायरिंग भी थोडा कठिन लगता है लेकिन चिंता करने की कोई बात नहीं आप इस ब्लॉग का अध्धयन कर बड़ी आसानी से Over Head Crane Panel Control & Power Wiring समझ जायेगे | इस ब्लॉग में Overhead Crane Panel प्रमुख motor hoist motor,LT motor और CT motor की कण्ट्रोल और पॉवर वायरिंग को बिलकुल आसान शब्दों में जान पायेगे|
एक प्रकार से देखा जाय हो Overhead Crane Panel Control wiring reverse forward motor के सामान होता है |
Overhead Crane Panel की कण्ट्रोल और पॉवर वायरिंग इतना कठिन भी नहीं है की आप इसे समझ न पाए| मुझे पूरी उम्मीद है की इस ब्लॉग को पूरा पड़ने के बाद आप crane पैनल वायरिंग में एक्सपर्ट हो जायेगे|
क्रेन का उपयोग और उसके भाग (Use of Crane & Their Parts)
Crane Panel Control & Power Wiring को समझे इससे पहले क्रेन के उपयोग और उसके भाग (parts) को जान लेते है|
Over head Crane का उपयोग इंडस्ट्रीज में भारी सामान को एक स्थान से दुसरे स्थान पर रखने के लिए किया जाया है है| crane की क्षमता टन में मिलता है| और टन से तात्पर्य वजन से होता है | कहने का मतलब यदि कोई क्रेन 5 टन का है तो वह अधिकतम 5000 Kg भारी सामान को उठा सकता
है| इस क्रेन के द्वारा सामान को उपर निचे, ईस्ट-वेस्ट तथा नार्थ-साउथ दिशा में सामान को मूव कर सकते है इसप्रकार क्रेन चार प्रकार के motor से मिल कर बना होता है जिसका नाम इसप्रकार है|
1.Main Hoist Motor – 1 No.
2.Cross Travel motor – 1 No.
3.Long Travel – 2 Nos.
Main Hoist crane Motor
Main Hoist crane Motor से तात्पर्य स्लिप रिंग motor होता है| यह क्रेन का सबसे अधिक शक्ति वाली motor होता है | इस मोटर का कार्य भारी सामान को ऊपर उठाना और नीचे रखना होता है| motor को forwad और revese चलाने का कार्य इसी motor द्वारा किया जाता है|
Cross Travel motor
इस मोटर का कार्य प्लेटफार्म के क्रॉस में लोड को ट्रेवल करना होता है|
Long Travel
लॉन्ग ट्रेवल motor का कार्य लोड को प्लेटफार्म के समनांतर आगे पीछे ले जाना होता है| यह motor संख्या में दो होता है और ट्राली में लगे चारो व्हील को धुमना होता है|
1.Trolley – Trolley crane का वह भाग होता है जिसमे crane के सभी मोटर फिट रहता है और जब Cross Travel motor या Long Travel चलता है तो ट्राली भी साथ साथ चलता है, ट्राली के साथ ही Trolley Wheel भी लगा होता है|
2.Plateform –
3.Trolley Wheel
4.Main Drum
5.Lifting Hook
6.Rope
7.Lifting Reducer
8.Travelling Reducer
9.Cable
10.Cable Hook
11.crane Hook pulley
12. Crane Panel Controller – Crane Panel Controller एक प्रकार का इलेक्ट्रिकल जंक्शन बॉक्स होता है जिसमे E-stop, UP, down तथा Left & Right के लिए पुश बटन लगा रहता है|
Bill of Material for main Hoist crane panel
Main Hoist Starter Control Wiring Diagram इसके वायरिंग के बारे में विस्तार से जाने इससे पहले इसमें उपयोग किये गये इलेक्ट्रिकल स्विच गियर को जान लेते है|
1.Control Mcb Double pole 6 एम्पेयर – 1 No.
2.Main contactor TP coil Voltage 110 /230 VAC – 2 Nos. जिसको C1 & C2 दर्शाया गया है|
3. Over Load Relay – 1 No.
4.Resistance contactor TP coil Voltage 110 /230 VAC – 3 No. जिसको R1,R2 & R3
5.On Delay Timer 3-60 sec. coil Voltage 110 /230 VAC – 3 No. जिसको T1,T2 & T3
Main Hoist Starter Panel Wiring
Hoist Starter Panel diagram का स्टडी कर आप इस पैनल को आसानी से समझ जायेगे| सबसे पहले कण्ट्रोल mcb double pole को ऑन करते है| इससे फेज सप्लाई Over Load Relay 95 में इन कर 96 से आउट करते है और टर्मिनल नंबर 1 में जिसका फेरुल no. 102 से कनेक्ट करते है टर्मिनल नंबर 2 जिसका फेरुल no. 103 है से फेज निकाल कर main contactor के C1 & C2 के NO, नार्मल ओपन से जोड़ते है तथा main contactor के आउट पॉइंट से फेरुल no 104 निकाल कर टाइमर T1 के coil से कनेक्ट कर देते है|
Hoist Starter Panel ( Start & Stop PB )
दोस्तों टर्मिनल no.1 & 2 जिसका फेरुल no. 102 & 103 है ,stop पुश के लिए टर्मिनल है इसे आप टर्मिनल डिटेल्स में देख सकते है|
आगे टर्मिनल 3&4 जो की फॉरवर्ड स्टार्ट पुश बटन टर्मिनल है एवं फेरुल no 103 & 105 दिया गया है| फेज को contactor C2 के NC याने नार्मल क्लोज होता है को C1 contactor के coil से कनेक्ट करते है | फेरुल no 100A & 100 फॉरवर्ड लिमिट स्विच के पॉइंट है लिमिट स्विच का nc पॉइंट आप को hoist motor से प्राप्त होगा और जब motor इस लिमिट को क्रॉस करेगा तो nc पॉइंट no याने नार्मल ओपन हो जायेगा और motor बंद हो जायेगा| ये same वायरिंग C2 main contactor के लिए भी
किया जाता है | चुकी यह स्टार्टर एक प्रकार का reverse – forwad है ,इस लिए दो main contactor उपयोग किया गया है| इसका पॉवर स्लिप रिंग motor के स्टेटर winding को कनेक्ट करते है |
अब T1,contactor के NC से R1 contactor और T2 के coil से जोड़ते है | पुन: फेज सप्लाई को T2
टाइमर के NO से होते हुये R2 contactor और T2 टाइमर के coil को दिया गया है, रेजिस्टेंस3 contactor,रेजिस्टेंस बॉक्स के स्टेज के उपर निर्भर करता है चुकी यह ड्राइंग तीन स्टेज के लिए design है अत: रेजिस्टेंस contactor और टाइमर तीन लिया गया है| तीसरे टाइमर के nc से R3 contactor के coil को कनेक्ट किया गया है | न्यूट्रल को डायरेक्ट सभी स्विच गियर के सेकंड पॉइंट को कनेक्ट किया गया है|
Slip Ring Motor for Crane
crane पैनल को समझे इससे पहले crane में लगने वाले motor को जानना आवश्यक है| क्यों की crane में लगाने वाला motor सामान्य motor या कहे सिंक्रोनस motor से अलग होता है | crane वाली motor स्लिप रिंग type motor होता है जिसके स्टेटर और रोटर दोनों में winding होती है और साथ ही साथ स्टेटर और रोटर दोनों से टर्मिनल निकला रहता है| रोटर टर्मिनल को स्टेटर से डायरेक्ट 415 VAC से जोड़ते है जबकि रोटर को रेजिस्टेंस बॉक्स के रेजिस्टेंस से कनेक्ट करते है और कुछ समय बाद रेजिस्टेंस रोटर से अलग कर देते है| और यही कारण है की crane पैनल में main contactor 2 नंबर और रेजिस्टेंस contactor, रेजिस्टेंस स्टेप के अनुरूप लेते है |
उदाहरण के लिए आप main hoist crane panel इमेज को देख सकते है|
क्रॉस ट्रेवल कण्ट्रोल सर्किट
क्रॉस ट्रेवल कण्ट्रोल सर्किट – आप ऊपर में main hoist पैनल की कण्ट्रोल वायरिंग को diagram के साथ साथ फेरुल नंबर के साथ देख चुके है| मै समझाता हुआ की किसी सर्किट को फेरुल नंबर के साथ पढने के बजाय सर्किट की बेसिक लिजिक को समझाना जरुरी है|
CONTROL LOGIC
Overhead Crane Panel Control wiring ये लॉजिक जानना बहुत ही जरुरी है |
इस लिए आगे की दोनों कण्ट्रोल वायरिंग का केवल लॉजिक कण्ट्रोल के बारे में जानकारी दुगा ताकि आप को सर्किट याद न करना पढ़े बल्कि सर्किट आपको खुद से बनाना सीख जाये| वैसे आप ड्राइंग देख कर भी सर्किट को आसानी समझ सकते है|
उपरोक्त सर्किट में तीन रेजिस्टेंस बॉक्स का उपयोग किया गया है इसके की तीन रेजिस्टेंस contactor और तीन टाइमर का उपयोग मुख्या दो contactor के अतिरिक्त किया गया है|
क्रॉस ट्रेवल motor का कार्य भारी सामान को क्रॉस में
लेफ्ट से राईट या राईट से लेफ्ट ले जाना होता है| इस कार्य को करने के लिए एक motor की आवश्यकता होती है तथा रिवर्स फॉरवर्ड स्टार्टर की सहायता से motor को क्लॉक और एंटी क्लॉक में घुमाकर किया जाता है| motor लेफ्ट साइड या राईट साइड जा कर न टक्कर जाये इसके लिए लिमिट स्विच का उपयोग किया जाता जाता है| इसको आप क्रॉस ट्रेवल कण्ट्रोल सर्किट में देख सकते है|
टर्मिनल क्रमाक 15,16 में फॉरवर्ड लिमिट स्विच जिसका फेरुल नंबर 100A और 100 दिया गया है जबकि टर्मिनल क्रमाक 16,17 में रिवर्स लिमिट स्विच जिसका फेरुल नंबर 100B और 100 है| लिमिट स्विच एक nc याने नार्मल close पथ होता है जब भी आप सेट लिमिट पथ से आगे जायेगे तो nc, पॉइंट no, नार्मल ओपन हो कर सर्किट को ऑफ कर देता है सर्किट में कुछ महत्वपूर्ण टर्मिनल है |
जिसके बारे में जानना जरुरी है जैसे की फेर्रुल नंबर 102 और 103 stop पुश बटन के लिए दिया गया है| उसी प्रकार टर्मिनल नंबर 13 और 14 motor ट्रिप इंडिकेशन के लिए दिया गया है| टर्मिनल नंबर 9-10,11-12 इंडिकेशन ऑन के लिए दिया गया है |
14,445 total views, 10 views today